उज्जैन। सांवरिया सेठ जाने से मना करने पर युवक की उसके 2 साथियों ने मंगलवार शाम चाकू घोंपकर हत्या कर दी। परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पहुंची। परिजनों से पूछताछ के बाद चाकू मारने वालों की तलाश शुरू की गई है।
पंवासा थाना क्षेत्र के केसरबाग से कुछ दूरी पर मारूति परिसर में रहने वाला नवीन पिता ढोंड़ीराम खोत ई-रिक्शा चालक था। सुबह से उसके पास संदीप वर्मा और अज्जू का कॉल आ रहा था। दोनों उसे सांवरिया सेठ ले जाने की बात कह रहे थे। नवीन ने जाने से मना कर दिया था। शाम 4 बजे के लगभग दोनों मारूति परिसर पहुंचे और नवीन को कॉल कर घर से बाहर बुलाया। नवीन दोनों से बात करने पहुंचा, तभी उनके बीच नहीं जाने की बात पर कहासुनी हो गई। दोनों ने पैर के पिछले हिस्से पर चाकू घोंप दिये और भाग निकले। नवीन जमीन पर गिर पड़ा। उसे परिसर में रहने वाले आकाश ने देखा तो उसके पास पहुंचा और तेजी से खून बहता देख कपड़ा बांधा। नवीन को रिक्शा में डालकर निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने अधिक खून बहने पर मौत होने की पुष्टि की। परिजन उसे चरक अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रख पुलिस को सूचना दी।
3 बेटियों का पिता था मृतक नवीन
रिश्तेदार धर्मेन्द्र राव ने बताया कि नवीन का किसी से कोई विवाद नहीं था। उसकी 3 बेटियां है। मां पुष्ठा फैक्ट्री में काम करती है, पिता ठेला लगाकर प्लास्टिक का सामान बेचते है। घटना के समय पत्नी शिवानी और बच्चे घर पर थे। वहीं पत्नी शिवानी ने बिलखते हुए बताया कि संदीप और अज्जू सुबह से कॉल कर रहे थे। मेरे पास भी कॉल किया था और नवीन को अपने खर्चे पर सांवरिया सेठ ले जाने की बात कहीं थी।
चाकू मारने वालों ने बंद किये मोबाइल
युवक की हत्या होने और संदीप अज्जू का नाम सामने आते ही एसआई मितेश मिठौर पोस्टमार्टम कक्ष पहुंच गये थे। जिस नम्बर से नवीन को कॉल कर घर के बाहर बुलाया गया था, उस पर कॉल किया गया, लेकिन मोबाइल नम्बर स्वीच आॅफ कर लिये गये थे। सीएसपी सुमित अग्रवाल घटनास्थल पहुंचे थे, उनका कहना था कि क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे जा रहे है। चाकू मारने वालों की तलाश में एक टीम रवाना की गई है।
अस्पताल में बदहवास हुआ भाई
नवीन को मारूति परिसर में रहने वाले कुछ युवक और उसका भाई अस्पताल लेकर पहुंचा था। वहीं नवीन की 2 मौसी भी चरक अस्पताल पहुंच गई थी। नवीन की बॉडी पोस्टमार्टम कक्ष में रखने की बात सुनते ही भाई बदहवास हो गया। बेहोश होने पर गिर पड़ा था। उसे लोगों ने संभाला। नवीन की मौत होने की खबर माता-पिता को नहीं दी गई थी। देर शाम काम लौटने पर माता-पिता को उसकी हत्या होने की खबर मिली।
